Pradosh Vrat: प्रदोष व्रत के दौरान न करें ये गलतियां, रुष्ट हो जाएंगे भगवान शिव जी
- By Habib --
- Thursday, 02 Feb, 2023
Pradosh Vrat
Pradosh Vrat: माघ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जा रहा है। बता दें कि त्रयोदशी तिथि आज दोपहर 4 बजकर 27 मिनट से शुरू हो रही है। लेकिन प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा की जाती है। इसलिए आज ही प्रदोष व्रत रखना शुभ होगा। पंचांग के अनुसार, सप्ताह के दिन के हिसाब से प्रदोष व्रत का नाम होता है। आज के दिन गुरुवार होने के कारण इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाएगा। आज भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा करने का विधान है।
माना जाता है कि माघ मास में पडऩे वाले प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने से व्यक्ति को हर तरह के कष्टों से छुटकारा मिल जाता है। इसके साथ ही सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। गुरु प्रदोष व्रत के दिन भगवान की विधिवत पूजा करने के साथ-साथ कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। जानिए गुरु प्रदोष व्रत के दौरान कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।
गुरु प्रदोष व्रत की शुभ मुहूर्त
गुरु प्रदोष व्रत 02 फरवरी को शाम 04 बजकर 25 मिनट से लेकर 03 फरवरी को शाम 06 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा शाम सूर्यास्त से करीब 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक की जाती है।
गुरु प्रदोष व्रत पर न करें ये गलतियां
* गुरु प्रदोष व्रत के दिन घर को गंदा न रखें। अच्छी तरह से साफ-सफाई करें।
* गुरु प्रदोष व्रत के दिन लहसुन-प्याज जैसे तामसिक चीजों का सेवन न करें,तो अच्छा है।
* मांस-मदिरा से दूरी बनाकर रखें।
* घर में सुख-शांति बनाए रखें। किसी भी तरह की गृह क्लेश या फिर वाद विवाद में न पड़ें।
* बिना स्नान किए शिवलिंग को स्पर्श नहीं करना चाहिए।
* जो लोग गुरु प्रदोष व्रत को रख रहे रहें है। वह लोग स्नान आदि करने के बाद साफ वस्त्र ही धारण करें।
* भगवान शिव को हल्दी, केतकी, सिंदूर, तुलसी, नारियल पानी आदि नहीं चढ़ाना चाहिए। इससे वह रुष्ट हो जाते हैं।
यह पढ़ें:
Shaligram: घर के मंदिर में शालिग्राम स्थापित करते समय इन बातों का रखें ध्यान
यह पढ़ें: